युधोन्माद ये सनक छोड़, रे चलो विश्व शांति की ओर...! युधोन्माद ये सनक छोड़, रे चलो विश्व शांति की ओर...!
एक दुनिया ऐसा बने जहा परिंदों को पिंजरे का डर न हो। एक दुनिया ऐसा बने जहा परिंदों को पिंजरे का डर न हो।
महामारी जो आज है पूरी दुनिया में फैली... उसे हम सबको मिलकर है हराना है ! महामारी जो आज है पूरी दुनिया में फैली... उसे हम सबको मिलकर है हराना है !
एक ग़ज़ल...। एक ग़ज़ल...।
मेरी व्याकुलता को विराम मिला। मेरी चिंता का चरम थम सा गया। मेरी व्याकुलता को विराम मिला। मेरी चिंता का चरम थम सा गया।
अमन, चैन व हिफ़ाजत की बात करते हैं...! अमन, चैन व हिफ़ाजत की बात करते हैं...!